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सोमवार, 15 जनवरी 2024

रायगढ़ : शहर के चारों ओर रिंग रोड की होगी माला ************************************युगांतर टाईम

रायगढ़: ओपी चौधरी वित्त मंत्री ने रायगढ़ शहर के चारों ओर रिंगरोड की जरूरत बताते हुए इस प्रोजेक्ट को अपने प्राथमिकता सूची में रखा है। अब इस पर काम शुरू हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक राजस्व अधिकारियों को कहा गया है कि वे ऐसी प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिसमें निजी जमीन कम से कम ली जानी पड़े। हालांकि पीडब्ल्यूडी ने एक साल पहले भी रिंगरोड के लिए एक मसौदा तैयार किया था। कोयला परिवहन और बड़े उद्योगों की बहुतायत होने के कारण रायगढ़ से गुजरने वाले भारी वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
         हर  दिन किसी न किसी रोड पर हादसे की खबर सामने आती है। सड़क हादसों में मरने वालों की तादाद भी सैकड़ों में है। लंबे समय से रायगढ़ में एक ऐसे रिंगरोड की जरूरत महसूस की जा रही है। जो कोयला परिवहन वाले सभी रोड को जोड़ सके। ताकि कोई भी भारी वाहन शहर के दूर से ही निकल जाए। अभी ढिमरापुर चौक, कोतरा रोड चौक, चक्रधर नगर, मेडिकल कॉलेज रोड, बोईरदादर रोड, पहाड़ मंदिर रोड से होकर भारी वाहन गुजर रहे हैं। रायगढ़ विधायक और वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने अपने भाषणों में रिंगरोड को बहुत महत्व भी दिया है। इस प्रोजेक्ट पर काम प्रारंभ हो गया है।
         फिलहाल ऐसा रूट तैयार करने का आदेश दिया गया है, जिसमें निजी जमीनें कम से कम लेनी पड़े। रिंग रोड निर्माण में अगर मुआवजा राशि और प्रोजेक्ट कॉस्ट में बहुत ज्यादा अंतर हुआ तो मंजूरी मिलना मुश्किल होगी। भूतपूर्व कलेक्टर भीमसिंह के कार्यकाल में पीडब्ल्यूडी ने रिंगरोड का एक मसौदा तैयार किया था। इसे हूबहू लिया जाएगा, या कुछ बदलाव होंगे, नहीं कहा जा सकता। शहर के चारों ओर करीब 90 किमी का घेरा बनाने का प्लान है। बिलासपुर, अंबिकापुर, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों या जाने वाले वाहनों को सीधे रिंगरोड से कनेक्ट करने का प्रस्ताव है।
और ज्यादा दूर से निकल सकती है रिंगरोड
            पुराने प्रस्ताव में नई सड़क के निर्माण से ज्यादा पुरानी को ही उन्नयन करने का प्लान रखा गया था। हो सकता है इसमें कुछ बदलाव हो। रिंग रोड को पूरी तरह अलग बनाया जा सकता है जिसमें सारे हाईवे को जोड़ दिया जाए। पुराने प्रस्ताव में रायगढ़ शहर का ढिमरापुर चौक वाला हिस्सा भारी वाहनों के ट्रैफिक से दूर नहीं किया गया था। इस बार संभव है कि तमनार-घरघोड़ा, खरसिया, भूपदेवपुर रोड को दूर से ही रिंग रोड में जोड़ा जाए। इससे शहर का फैलाव भी बढ़ेगा। पिछले साल पीडब्ल्यूडी ने कंसल्टेंट तय करने टेंडर भी निकाला था।



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