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शुक्रवार, 24 मई 2024
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बहुत खूबसूरत होगा ये एक्सप्रेसवे, समंदर के किनारे से होगा शुरू, घने जंगल और पहाड़ों से गुजरेगा रास्ता *********************************युगान्तर टाईम
बहुत खूबसूरत होगा ये एक्सप्रेसवे, समंदर के किनारे से होगा शुरू, घने जंगल और पहाड़ों से गुजरेगा रास्ता *********************************युगान्तर टाईम
रायपुर विशाखापट्टनम एक्सप्रेसवे :मोदी सरकार देश में एक ऐसा एक्सप्रेसवे बना रही जो समंदर के खूबसूरत किनारे से निकलकर घने जंगलों और पहाड़ों की हसीन वादियों से गुजरेगा। इसका निर्माण 4 साल से चल रहा है, और अगले साल यह पूरा हो जाएगा। इसका फायदा सीधे तौर पर 3 राज्यों को होगा।
हम बात कर रहे हैं रायपुर-विशाखापत्तनम यानी वाईजैग एक्सप्रेसवे की। यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे इकनॉमिक कॉरिडोर के तौर पर विकसित किया जा रहा है। 6 लेन का यह एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को आपस में जोड़ेगा। 464 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को पूरी तरह एक्सेस कंट्रोल सिस्टम से लैस बनाया जा रहा है। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे इस एक्सप्रेसवे को एशियाई विकास बैंक (ADB) की तरफ से पैसा भी दिया जा
क्या है इसकी खासियत
यह एक्सप्रेसवे कई मायनों में बहुत खास माना जा रहा है। सबसे पहली बात तो ये है कि इस एक्सप्रेसवे को समंदर किनारे बसे शहर वाईजैग से शुरू किया जाएगा। और घने जंगलों व खूबसूरत पहाड़ों के बीच से गुजारा जाएगा। इस पर सफर करना किसी हिल स्टेशन की सैर जितना रोमांचक और खुशनुमा नजर आएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का लक्ष्य है कि इस एक्सप्रेसवे को साल 2025 तक तैयार कर लिया जाए। आधा हो जाएगा सफर का समय
रायपुर-वाईजैग एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने के बाद दोनों शहरों के बीच सफर में लगने वाला समय आधा रह जाएग। और दोनों के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। अभी रायपुर से वाईजैग जाने के लिए 590 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जो घटकर 464 किलोमीटर रह जाएगी। यानी सीधे तौर पर 126 किलोमीटर कम हो जाएंगे। इतना ही नहीं अभी इस दूरी को तय करने में करीब 14 घंटे का समय लगता है, जो महज 7 घंटे से भी कम समय में पूरा हो जाएगा।
किस राज्य को कितना फायदा
NHAI का अनुमान है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 20 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। एक्सप्रेसवे का 124.61 किलोमीटर एरिया छत्तीसगढ़ में पड़ेगा, जबकि ओडिशा में 262.21 किलोमीटर और आंध्र प्रदेश में 99.62 किलोमीटर का एरिया पड़ेगा। यह कॉरिडोर छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित अभनपुर से निकलेगा और वाईजैग के सबवरम के पास खत्म होगा।
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